
जिसके मिलने के बाद तुम्हारी इच्छाओं का अंत हो जाए समझ लेना वही तुम्हारा प्रेम है.
कभी किसी को ज्यादा सीरियस न लेना खुद में खुश रहना क्योंकि लोग दो पल बात करके खुशियां दे के फिर आपको उजाड़ देते है और फिर कभी पलट के भी नही देखते ।
इश्क में हमने बोए नहीं ख्वाबों के दरख़्त, पत्ते भी एक दिन जब साथ छोड़ देते हैं
तू नूर का झरना,मैं प्यास पुरानी, मैंने आंखों से पिया है, तेरे इश्क़ का पानी
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है, ख़ुशबू खुद बता देती है कौन सा फ़ूल है
ऐ भुलाने वाले तुम्हें कभी भी मेरी याद नहीं आती क्या?
जरूरत नही किनारों की,,, जब सहारा तू है
न जाने किस की हमें उम्र भर तलाश रही जिसे क़रीब से देखा वो दूसरा निकला
तुम्हारे साथ खामोश भी रहूँ तो बातें पूरी हो जाती हैं तुम में, तुम से, तुम पर ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है
अगर कभी सन्यांसी बने हम… तो ध्यान तेरा ही लगाएंगे..
कुछ दर्द बयान नहीं किए जाते काश कोई उन्हें चेहरे से पढ़ पाता…
हमे मालूम था अपनी दिल्लगी का नतीजा तभी मोहब्बत से पहले शायरी सीखी थी हमने!!
सुनो…. बात तुम शुरू करो फिर… ख़त्म तो हम होने नहीं देंगे
एक मोहब्बत का #आरोग्यसेतु मेरे दिल मे भी इंस्टॉल हैं जैसे ही तू करीब होती है
पा कर खो देने से बड़ा दर्द, कोई हो ही नहीं सकता..
कभी कभी अनजान राहों पर भी, बहोत प्यारे लोग मिल जाते है !! जैसे तुम…….
गँवाई ज़िंदगी जिसकी —- तमन्ना में मैंने वो कौन है ? जिसको कभी देखा नहीं मैंने
मैं लफ़्ज़ों की इंतहा तक तुम्हें लिख सकती हूं,, ख़ैर तुम बताओ मेरे लफ़्ज़ों में खुद को ढूंढ पाओगे,,,!!
आसान नही है किरदार औरत का निभाना सफ़ेद चादर है जिस पर पानी से भी दाग लग सकता है
आओ सफर की बात करे,,, मंजिलों में रखा क्या है ।।
नजर से दूर रख कर भी नजर रखते हो, आखिर बात क्या है जो इतनी खबर रखते हो
मासूम हूँ मासूमियत का पहने हुए नक़ाब नहीं क्योंकि जानवर हूँ साहब इंसान नहीं…!!